Agenda AajTak: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को ‘एजेंडा आजतक’ में पहुंचे. लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है जब शाह ने किसी मीडिया संस्थान से खास बातचीत की है. यहां उन्होंने कई मुद्दों पर बात की. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि ऐसा आदमी पहली बार देखा है जो पराजय से अहंकारी हो रहा है. अमित शाह ने कहा कि जय-पराजय के कई कारण होते हैं.कई चीजें ऐसी होती हैं जो चुनाव में मैटर करती हैं. कुछ भ्रम ऐसे होते हैं जो प्रभावित करते हैं. इसका निर्णय पांच सितारा होटल में नहीं होता, गांव-गांव की धूल फांकनी पड़ती है.
उन्होंने कहा कि जब चुनाव मैदान में जाते हैं, जीत के विश्वास के साथ जाते हैं नहीं तो विपक्ष में बैठना पड़ता है. लोकसभा चुनाव ईवीएम से हुआ था. राहुल गांधी मानते हैं कि वे जीत गए हैं, तब ईवीएम बराबर था. झारखंड में जीत गए, ईवीएम बराबर था. हरियाणा और महाराष्ट्र में हारे तो ईवीएम में खराबी है. नाच न आवै आंगन टेढ़ा. चुनाव आयोग ने तीन दिन प्रेजेंटेशन देकर कहा कि कोई गड़बड़ी नहीं है. सबको बुलाया. घमंडिया गठबंधन की कोई पार्टी नहीं गई. इनका काम है आरोप लगाकर भाग लो. ये भ्रम फैलाते रहे कि हम संविधान बदल देंगे. इन्होंने आरक्षण को कम करने का काम किया है.
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गृह मंत्री ने कहा कि ये सभी लोग बड़े बड़े नेताओं के बेटे हैं. कभी बूथ पर काम नहीं किया है. अंतिम घंटे में पोलिंग के सर्कुलर का नियम टीएन शेषन के समय से है. इनका पोलिंग एजेंट भी अंदर होता है. कोई कंप्लेन किया क्या. वीवीपैट है, पवार साहब ने कुछ पर वीवीपैट गिनने को कहा भी और हुआ भी. उसके लिए कुछ फीस जमा कर चुनाव आयोग से आवेदन करना पड़ता है.
टाइट फाइट वाली सीट पर वोटर लिस्ट में नाम कटवाने के कांग्रेस के आरोप पर उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति का नाम हटाने की प्रक्रिया है. चुनाव आयोग 11 दिन का नोटिस भेजता है कि आपका नाम हटाया जा रहा है. कोई आपत्ति हो तो इस नंबर पर जानकारी करिए. यह प्रक्रिया इतनी सरल नहीं है.
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राहुल गांधी पर साधा निशाना
अमित शाह ने कहा कि मुझे मालूम नहीं कि राहुल गांधी हर बार विदेश से क्यों प्रेरणा ले रहे हैं. इस देश में कोर्ट, विजलेंस है. जब भी सदन होता है, बाहर से कोई आरोप आ जाता है और ये लेकर घूमते हैं. इनका प्रेरणा स्रोत ही बाहर है. इनका आरोप है कि सारी दुनिया मोदी सरकार के कब्जे में है. तो सुप्रीम कोर्ट भी मोदी सरकार के कब्जे में है? हाईकोर्ट भी मोदी सरकार में कब्जे में है?
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस के रूख पर अमित शाह ने कहा कि 2014, 2019 और 2024 में जितनी सीटें कांग्रेस की नहीं आई हैं, उतनी हमने इस बार जीती हैं. मैंने देखा था कि पराजय से निराश नहीं होना चाहिए और विजय से अहंकारी नहीं होना चाहिए. लेकिन पहली बार ऐसा आदमी (राहुल गांधी) देख रहा हूं जो पराजय से अहंकारी होता है. और ये ऐसा व्यक्ति भारत की राजनीति में पहली बार आय़ा है.
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शाह ने बांग्लादेशी घुसपैठियों पर कही ये बात
बांग्लादेश से घुसपैठ के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि 96 फीसदी सीमा पर फेंसिंग हो चुकी है. चार फीसदी सीमा खुली है. नदी, नाले पहाड़ और उबड़-खाबड़ जमीन है जहां पर फेंसिंग हो ही नहीं सकती. वो गांव चिह्नित करके हमने राज्य सरकारों को भेजा है कि कोई राशन कार्ड, आधार कार्ड बनवाने कोई आता है तो उसकी पूछताछ ढंग से हो. ओडिशा में, असम में रुक गया है. बंगाल और झारखंड में नहीं रुक रहा. क्योंकि वहां की सरकारें इस पर काम नहीं कर रहीं, हम पर आरोप मढ़ रही हैं. क्या कर रहा है आपका पटवारी और पुलिस. क्या राज्य की सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी राज्य की नहीं. इससे नीचे स्तर की राजनीति हमने नहीं देखी.
मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर सवाल पर अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मैटर है. मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. नहीं तो राहुल गांधी कहेंगे कि जो कहते हैं वो सुप्रीम कोर्ट कर रहा है. जब सुप्रीम कोर्ट इस पर सुनवाई शुरू कर चुका है तो मैं टिप्पणी नहीं करूंगा.
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